Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2023 · 1 min read

तुम्हारी उँगलियों की छुअन को..

तुम्हारी उँगलियों की छुअन को, भूलना मुमकिन नहीं,
तुम्हारी ज़िद से, जद्दोजहद से, मुकरना मुमकिन नहीं,
तुम्हारे नयनों की गहराईयों को, समझना संभव नहीं,
तुम्हारी याद-ए-गुल-ओ-गुलज़ार बिखेरना संभव नहीं।

हरेक हंसी पे तुम्हारे, महताब खिल आता है,
हरेक अश्क़ तुम्हारा, समंदर नज़र आता है,
हरेक शाम, तुम्हारे आगोश को तरसती है ,
हरेक तन्हा मौसम, सफ़र-ए-क़हर लगता है।

तुम्हारे आंसुओं में अगन है शायद, मैं जल उठता हूँ,
तुम्हारी बातों में शीत है शायद, मैं संभल जाता हूँ,
तुम्हारी नज़रों में शिकवे हैं शायद, मैं पढ़ लेता हूँ
तुम्हारी यादों में बादल हैं शायद, मैं बरस लेता हूँ।

शायद तुम श्रोता हो मेरी, मैं कहानी हूँ तुम्हारा,
शायद तुम उद्देश्य हो मेरा, मैं पथिक हूँ तुम्हारा,
शायद तुम अतीत हो मेरा, मैं आगत हूँ तुम्हारा,
शायद तुम भ्रम हो मेरा, मैं सुनिश्चित हूँ तुम्हारा।

-✍श्रीधर.

112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shreedhar
View all
You may also like:
संस्कार संयुक्त परिवार के
संस्कार संयुक्त परिवार के
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
विमला महरिया मौज
सृजन के जन्मदिन पर
सृजन के जन्मदिन पर
Satish Srijan
--> पुण्य भूमि भारत <--
--> पुण्य भूमि भारत <--
Ms.Ankit Halke jha
चम-चम चमके चाँदनी
चम-चम चमके चाँदनी
Vedha Singh
मुश्किलों से क्या
मुश्किलों से क्या
Dr fauzia Naseem shad
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
......?
......?
शेखर सिंह
संस्कारों की रिक्तता
संस्कारों की रिक्तता
पूर्वार्थ
रोज हमको सताना गलत बात है
रोज हमको सताना गलत बात है
कृष्णकांत गुर्जर
दूर की कौड़ी ~
दूर की कौड़ी ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
■ बस एक ही सवाल...
■ बस एक ही सवाल...
*प्रणय प्रभात*
हर गलती से सीख कर, हमने किया सुधार
हर गलती से सीख कर, हमने किया सुधार
Ravi Prakash
यदि आपका स्वास्थ्य
यदि आपका स्वास्थ्य
Paras Nath Jha
2768. *पूर्णिका*
2768. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
गुप्तरत्न
लोकोक्तियां (Proverbs)
लोकोक्तियां (Proverbs)
Indu Singh
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
फ़ितरतन
फ़ितरतन
Monika Verma
*चिंता चिता समान है*
*चिंता चिता समान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
बाजार  में हिला नहीं
बाजार में हिला नहीं
AJAY AMITABH SUMAN
इस नदी की जवानी गिरवी है
इस नदी की जवानी गिरवी है
Sandeep Thakur
*** आशा ही वो जहाज है....!!! ***
*** आशा ही वो जहाज है....!!! ***
VEDANTA PATEL
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
Sanjay ' शून्य'
भव- बन्धन
भव- बन्धन
Dr. Upasana Pandey
क्यों बनना गांधारी?
क्यों बनना गांधारी?
Dr. Kishan tandon kranti
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
भय
भय
Shyam Sundar Subramanian
फिर भी यह मेरी यह दुहा है
फिर भी यह मेरी यह दुहा है
gurudeenverma198
Loading...