तुमसे मिलना इतना खुशनुमा सा था
तुमसे मिलना इतना खुशनुमा सा था
की भूल गए वक्त भी बदल जाता है
अब आंसू आंख से निकलता है
बहता है, टपकता है, और सूख जाता है।
तुमसे मिलना इतना खुशनुमा सा था
की भूल गए वक्त भी बदल जाता है
अब आंसू आंख से निकलता है
बहता है, टपकता है, और सूख जाता है।