तुमको मुझसा दिवाना मिला ,प्यार कर लो बहाना मिला।
तुमको मुझसा दिवाना मिला प्यार कर लो बहाना मिला।
जबसे लब पर तेरा नाम है तबसे मुझको तराना मिला।
लोग रखते नज़र हैं हमीं पर,देखने क्या छपा है जबीं पर
और सदमे में है यह मुहल्ला,देखकर चांद उतरा जमीं पर।
आज नाची चकोरी खुशी से ,चांदनी का बहाना मिला है।
तुमको मुझसा दिवाना मिला ,प्यार कर लो बहाना मिला।
इक नज़र में मुहब्बत हुई है ,आपके हो गए आज अब हम।
जिंदगी में खुशी दे गए जो ,आपको मान लें आज रब हम।
एक पल में जिएं उम्रभर को इतना प्यारा फसाना मिला।
तुमको मुझसा दिवाना मिला ,प्यार कर लो बहाना मिला।
काम करता नहीं है इशारा क्या कहूं क्या हमें है गवारा।
एक ख़त फेंक दो खिड़कियों से लिख के मुझको नयन का सितारा।
इश्क़ के कहकशां का सितारा, तेरे दामन को पाना मिला है।
तुमको मुझसा दिवाना मिला ,प्यार कर लो बहाना मिला।
दीपक झा रुद्रा