तुझे जो पढ़ नहीं पाए…
लिखा तुझे जो पढ़ नहीं पाए,
किस्से थे वो भी जो गढ़ नहीं पाए,
आसान था बहुत गैरों से लड़ना,
जो अपने थे बस उन्ही से लड़ नहीं पाए..
लिखा तुझे जो पढ़ नहीं पाए,
किस्से थे वो भी जो गढ़ नहीं पाए,
आसान था बहुत गैरों से लड़ना,
जो अपने थे बस उन्ही से लड़ नहीं पाए..