Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2024 · 1 min read

तुझसे उम्मीद की ज़रूरत में ,

तुझसे उम्मीद की ज़रूरत में ,
तेरा बस इंतज़ार रहता है ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 43 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
शिव प्रताप लोधी
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
Paras Nath Jha
मध्यप्रदेश की सुंदरता
मध्यप्रदेश की सुंदरता
Rahul Singh
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
Madhuyanka Raj
2977.*पूर्णिका*
2977.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आपके स्वभाव की सहजता
आपके स्वभाव की सहजता
Dr fauzia Naseem shad
कब करोगे जीवन का प्रारंभ???
कब करोगे जीवन का प्रारंभ???
Sonam Puneet Dubey
सजल
सजल
seema sharma
छोड़ आलस
छोड़ आलस
Sukeshini Budhawne
राम बनो, साकार बनो
राम बनो, साकार बनो
Sanjay ' शून्य'
सूरज की किरन चांद की चांदनी.. ...
सूरज की किरन चांद की चांदनी.. ...
shabina. Naaz
!!भोर का जागरण!!
!!भोर का जागरण!!
जय लगन कुमार हैप्पी
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
Rj Anand Prajapati
गम
गम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
* जब लक्ष्य पर *
* जब लक्ष्य पर *
surenderpal vaidya
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
DrLakshman Jha Parimal
" आँसू "
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे अंतर्मन की पीड़ा
मेरे अंतर्मन की पीड़ा
Dr. Man Mohan Krishna
सच,मैं यह सच कह रहा हूँ
सच,मैं यह सच कह रहा हूँ
gurudeenverma198
यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत
यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत
RAMESH SHARMA
नयनो का महिमा
नयनो का महिमा
Mukund Patil
ग़ज़ल _ गुलाबों की खुशबू सा महका करेगें।
ग़ज़ल _ गुलाबों की खुशबू सा महका करेगें।
Neelofar Khan
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Good Things Fall Apart So That The Best Can Come Together.
Good Things Fall Apart So That The Best Can Come Together.
Manisha Manjari
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
पूर्वार्थ
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
भला कैसे सुनाऊं परेशानी मेरी
भला कैसे सुनाऊं परेशानी मेरी
Keshav kishor Kumar
बसन्त ऋतु
बसन्त ऋतु
Durgesh Bhatt
उड़ान
उड़ान
MEENU SHARMA
सोने की चिड़िया
सोने की चिड़िया
Bodhisatva kastooriya
Loading...