तीन दोहे
बहुत करीब है गरीब,
प्रकृति के संग,
अमीर जिनसे जुझते,
वे लड़ते हैं जंग.
.
भले भलाई दोउ संघ में.
अहं घनेरा अंध में,
जाने ना शक्ति क्षम्य को.
व्यर्थ तंग हाल में.
.
राम गया और गया श्याम,
मारिच युग परवान.
मनस विकार अमिट,
बदले नहीं तनिक बेईमान.