तीज का त्योहार है
2122 2122 212
***** तीज का त्योहार है *****
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आज आया तीज का त्यौहार है।
खेत फसलों से भरे गल्हार हैं।
औरतें सारी झुलाती चाव से,
झूलती झूले लगा शृंगार है।
हाथ पर है रंग प्यारा ही चढ़ा,
मेंहदी ने खूब दिखाया प्यार है।
हो क़रीबी साथ में मन गम भरा,
गमज़दा का हौसला उपकार है।
मन जहर से है भरा हम देखते,
अब पकड़ ली हाथ में तलवार है।
भीख मांगेंगे ख़ुदा से हम सदा,
द्वेष का खात्मा सुखी घर बार है।
नफरतों का फांसला कैसे भरूँ,
लूटता हर रोज बन कर यार है।
यार मनसीरत बधाई तीज की,
साथ झूलेंगे यहीं संसार है।
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सुखविन्दर सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)