!!!! तिलक सिन्दूर- एक प्राकृतिक मनोरम शिव स्थान !!!
गाँव जमानी से लगा, आठ किमी है दूर।
सड़क मार्ग से आइए, कभी तिलक सिन्दूर।।1
शिव शंकर से प्रार्थना, करे चढ़ा सिन्दूर।
भोले देते भक्त को,खुशियों का फिर नूर।।2
कल कल बहती देखिए, यहाँ नदी की धार।
बम भोले के नाम से, होता है उद्धार।।3
शिव की प्रतिमा है ख़डी, देखों यहाँ विशाल।
फैला चारो तरफ है , जंगल का यह जाल।।4
एक बार मिलकर सभी , चले तिलक सिन्दूर।
मंगलमय फिर दिन बने, मिले ख़ुशी भरपूर।।5