**तिरंगा मेरे देश की शान**
तिरंगा मेरे देश की शान – तिरंगा मेरे देश की शान।
छांव में जिसकी जग से आगे सारा हिंदुस्तान।।
तिरंगा मेरे______________।
(१) जन-जन में यह शक्ति भरता,
राष्ट्रभक्ति का परिचायक।
थाम के इसको रणभूमि में,
सैनिक बनते महानायक।
यही धर्म है ,यही कर्म है ,जिसका करते हम सम्मान।
तिरंगा मेरे देश की शान, तिरंगा मेरे देश की शान ।।
(२) घर घर पहरे, कहां यह ठहरे,
लहर लहर यह लहराता।
समृद्धि केसरिया लाए,
श्वेत शांति का सुखदाता।
हरे रंग के संग यह धरती,
छेड़े हरीतिमा का गान।।
तिरंगा मेरे देश की शान, तिरंगा मेरे देश की शान ।।
(३) धर्म जाति में बंटो ना यारों,
देता सभी को यह पैगाम।
इसकी रक्षा देश की रक्षा,
हर देशवासी का पहला काम।
अनुनय मानो -बात यह जानो,
हर जनम इस पे कुर्बान ।
तिरंगा मेरे देश की शान, तिरंगा मेरे देश की शान ।।
(४) सरहद हो या अंदर- बाहर,
कभी ना यह झुकने पाए।
जीते जी- फिर मर कर भी हम,
गुणगान इसी के दोहराए।
भारत माता भाग्य विधाता,
हमारे यही रहे अरमान।।
तिरंगा मेरे देश की शान, तिरंगा मेरे देश की शान ।।
(राष्ट्रभक्ति गीत) राजेश व्यास अनुनय