Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2024 · 1 min read

तिनका तिनका सजा सजाकर,

तिनका तिनका सजा सजाकर,

तिनका तिनका सजा सजाकर, अवनि को महकाता कौन?
धारण करता जो सृष्टि को, पर सृष्टि में रहता मौन।
कैसे वन वन उड़े कपोती? अग्नि से निकले क्यों ज्योति?
किस भांति बगिया में कलरव, कोयल की गायन होती?
भिन्न भिन्न से रंग सजाकर , गुलों में रख आता है,
हर सावन में इन्द्रधनुष को , अम्बर में चमकाता कौन?
तिनका तिनका सजा सजाकर, अवनि को महकाता कौन?
धारण करता जो सृष्टि को, पर सृष्टि में रहता मौन।

अजय अमिताभ सुमन

57 Views

You may also like these posts

*शाही शादी पर लगे, सोचो कैसे रोक (कुंडलिया)*
*शाही शादी पर लगे, सोचो कैसे रोक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
Neha
तू बदल गईलू
तू बदल गईलू
Shekhar Chandra Mitra
3635.💐 *पूर्णिका* 💐
3635.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरी अर्थी🌹
मेरी अर्थी🌹
Aisha Mohan
शाम
शाम
Kanchan Khanna
" सत्यम शिवम सुन्दरम"
Dr. Kishan tandon kranti
इश्क बेहिसाब कीजिए
इश्क बेहिसाब कीजिए
साहित्य गौरव
शिव तेरा नाम
शिव तेरा नाम
Swami Ganganiya
एक ही तो, निशा बचा है,
एक ही तो, निशा बचा है,
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
आओ बौंड बौंड खेलें!
आओ बौंड बौंड खेलें!
Jaikrishan Uniyal
★मां का प्यार★
★मां का प्यार★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
प्रेम की सबसे सुंदर अभिव्यक्ति
प्रेम की सबसे सुंदर अभिव्यक्ति
पूर्वार्थ
*नारी की वेदना*
*नारी की वेदना*
ABHA PANDEY
सबका अपना दाना - पानी.....!!
सबका अपना दाना - पानी.....!!
पंकज परिंदा
मेरी नाव
मेरी नाव
Juhi Grover
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कौन किसी को बेवजह ,
कौन किसी को बेवजह ,
sushil sarna
नाकाम
नाकाम
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
हिंदी दोहे- पौधारोपण
हिंदी दोहे- पौधारोपण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🙅भविष्यवाणी🙅
🙅भविष्यवाणी🙅
*प्रणय*
जीना चाहिए
जीना चाहिए
Kanchan verma
You Are The Sanctuary Of My Soul.
You Are The Sanctuary Of My Soul.
Manisha Manjari
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
खुद से मिल
खुद से मिल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
Rj Anand Prajapati
कोसों लंबी ख़ामोशी,
कोसों लंबी ख़ामोशी,
हिमांशु Kulshrestha
मॉं जय जयकार तुम्हारी
मॉं जय जयकार तुम्हारी
श्रीकृष्ण शुक्ल
अमात्रिक
अमात्रिक
डॉ.सतगुरु प्रेमी
फिर आसमां किसी ज़मीन पर ना होगी
फिर आसमां किसी ज़मीन पर ना होगी
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...