तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
चांद भी सुबह की राह तकता है।
सूरज को भी लगती थोड़ी हरारत है,
सर्दी का असर लगता है;
सबको ही पता चलता है।
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
चांद भी सुबह की राह तकता है।
सूरज को भी लगती थोड़ी हरारत है,
सर्दी का असर लगता है;
सबको ही पता चलता है।