तारीफ
दरसल तारीफ शब्द अपने आप में दो अर्थी शब्द हैं और हम जानते हैं कि आप जानते होंगे कि तारीफ क्या है। पर फिर भी मैं आज जो बताने जा रहा हूं वह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वह हकीकत है। जिससे सबलोग वाकिफ है फिर ही अनजान बनते हैं।
पहला तारीफ यह है कि लोग आपकी मजबूरी में तारीफ करते हैं इसलिए क्योंकि आपको अपने बारे में अच्छे कहलाने के अलावा कुछ सुनना पसंद नहीं करते हैं और लोगों को मजबूरी में यह तारीफ इसलिए करना पड़ता है क्योंकि वे लोग जानते हैं, आप यहां के बाहुबली है और कहीं गलती से भी हकीकत के बारे में कह दी और वह बात कोई आपसे कह दी तो आपको वह शिकायत लगेगा। जो आप सुनना पसंद नहीं करते हैं। जिससे उस व्यक्ति कि मुश्किलें बढ़ जाती है। इसलिए कुछ लोगों की मजबूरी में तारीफ करने पड़ते हैं।
दूसरी तारीफ यह है कि भले ही कितनाहूं आप बुरे है फिर भी आपकी कुछ लोग तारीफ करते हुए मिल जाएंगे। वह इसलिए क्योंकि आपसे उनकी जरुरते पूरी होती है या जरूरते पड़ी रहती है। जिससे वह आपकी तारीफ करके अपने जरुरते पूरी कर लेंगे। जिसे चापलूसी भी कहते है। फिर आपके पीठ पीछे आपकी जो हकीकते होंगी वह दूसरे लोगों से कहते नहीं थकेंगे। साथ में अशब्द भाषा का भी इस्तमाल करेंगे। जिसके लिए वाकही आप होंगे।
तीसरी तारीफ यह है कि आप वाकही तारीफ के लायक होते हैं। जो लोग आपके सामने तो आपकी तारीफ करते हैं, इसके अलावा आपके पीठ पीछे भी तारीफ करते हैं। जो कई कोसो दूर-दूर तक आपकी इसी तारीफ से आपकी काबिलियत की पहचान होती है। दरसल वास्तविक तारीफ यही होती है।
लेखक – जय लगन कुमार हैप्पी ⛳