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10 Feb 2023 · 1 min read

ताटंक छंद

🦚
ताटंक‌ छंद
*********
विश्व गुरू था देश हमारा, फिर परचम लहरायेगा ।
अपना खोया वैभव जग में, देश पुनः फिर पायेगा ।।
छुआछूत का भाव हृदय से, दूर हमें करना होगा ।
भारतवासी हैं‌ सब भाई, भाव हृदय भरना होगा ।।
*
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🌻🌻🌻

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Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
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