ताज़गी
आप का अपना अगर कोई नहीं है
तो किसी के आप ही ख़ुद हो के देखो
सुब्ह उठकर ताज़गी महसूस होगी
रात में सोने से पहले रो के देखो
– शिवकुमार बिलगरामी
आप का अपना अगर कोई नहीं है
तो किसी के आप ही ख़ुद हो के देखो
सुब्ह उठकर ताज़गी महसूस होगी
रात में सोने से पहले रो के देखो
– शिवकुमार बिलगरामी