तस्वीर तेरी
धूम तेरी- धूम तेरी- धूम तेरी है
इस जहाँ मे, धूम तेरी है।
जहा भी में देखु
वहा भी तस्वीर तेरी है।
मेरी ही क्या
सारे जहाँ की नजरों मे, तस्वीर तेरी है।
धूम तेरी- धूम तेरी-धूम तेरी है।
इस जग मे क्या ,सारे जहा में धूम तेरी है।
बनके गरूर तु सबपे है छाई
जैसे तु हो, कोई परछाई
लाख कोशिशे की तुझे छूने की
पर, तु हाथ ही ना आई
क्या सपना समझें इसे
जो आँखे खोली
तु, नजर ही ना आई
मोम की तरहा है तु…
किसी धागे के संग मिलके
तुने कौन सी अल्क जगाई
एक लो की तरहा
सारे जहा मे तु ,नजर आई
समझें थे तुझे परछाई
तुने सब को, उनकी हक़कीकत दिखाई।
धूम तेरी – धूम तेरी -धूम तेरी है
मेरे ही क्या, सब के दिलों मे तस्वीर तेरी है।
जैसे तुझमें है उस खुदा का नूर
जो भी अच्छा लगे उसे, तु पाना जरूर
इस जहा का कैसा भी हो दस्तूर
सब नियम तोडे तु ,करे सब चकनाचूर
तेरा नूर ऐसे चमके जैसे तु हो परियों की हूर
धूम तेरी- धूम तेरी-धूम तेरी है।
इस जग मे क्या ,सारे जहा में धूम तेरी है।
सारे जहा मे तु
हवा बन बह री है
जो भी तु कह री है
सच्च ही तो कह रही है
हे तु, कितनी मासूम
कितनी तु प्यारी है।
कितनी प्यारी बातें जो तु कह री है।
जैसे किसी शायर की शायरी है
तेरी अदाए कितनी प्यारी है
ऐसे चले तु
जैसे कोई नागिन बालखारी है।
ठंडी हवाओं के झोंके सी तु
बनके खुशबू तु
पूरी फीजा महका री है
जैसे रेगिस्तान के मैदानों मे तु
छाव बन छा री है
जहाँ भी मैं देखु वहाँ भी
तु ही नजर आ री है।
मेरे ही क्या, सबके दिलों मे तु
प्यार का नया गुल खिला री है।
धूम तेरी – धूम तेरी -धूम तेरी है।…
इस जहा मे क्या, सारे जहा मे धूम तेरी है।
जो भी देखे तुझे, तहलका मचाये।
ऐसा जुनू उसके, सर चढ जाये।
कैसे उतारे इसे, कुछ समझ ही ना आए।
इसमें ना कोई जादू,ना मन्त्र काम आये।
तेरा जुनू बस चढ़ता ही जाये।
देख के तुझको हर कोई हिल जाये।
खवाब और सपनों मे तुझको ही पाये।
कितने जतन करें
पर तु दिल से निकल ही ना पाये।
अब क्या करे हम
कोई उपाये काम ही ना आये।
जहा भी देखे
धूम तेरी है।
धूम तेरी-धूम तेरी-धूम तेरी है।
तेरी नजरें जूम वैरी है।
तेरा फिगर बूम-बूम बूम वैरी है।
धूम तेरी धूम तेरी धूम तेरी है।
जहा भी मे देखु धूम तेरी है।
मेरी ही क्या नजरों में
सारे जहा की नजरों में तस्वीर तेरी है।
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* Swami ganganiya *