Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2024 · 1 min read

तस्वीरों में तुम उतनी कैद नहीं होती हो,

तस्वीरों में तुम उतनी कैद नहीं होती हो,
जितना के मेरे दिल की गिरफ्त में हो

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

35 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"बदलते भारत की तस्वीर"
पंकज कुमार कर्ण
अफ़सोस
अफ़सोस
Dipak Kumar "Girja"
"बेटी"
Dr. Kishan tandon kranti
कवि मोशाय।
कवि मोशाय।
Neelam Sharma
प्रेम निवेश है-2❤️
प्रेम निवेश है-2❤️
Rohit yadav
विष बो रहे समाज में सरेआम
विष बो रहे समाज में सरेआम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
Kanchan Khanna
वट सावित्री अमावस्या
वट सावित्री अमावस्या
नवीन जोशी 'नवल'
मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना
मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना
Seema gupta,Alwar
2783. *पूर्णिका*
2783. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पैसा है मेरा यार, कभी साथ न छोड़ा।
पैसा है मेरा यार, कभी साथ न छोड़ा।
Sanjay ' शून्य'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Shyam Sundar Subramanian
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
Manisha Manjari
जामुनी दोहा एकादश
जामुनी दोहा एकादश
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ये बेजुबान हैं
ये बेजुबान हैं
Sonam Puneet Dubey
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
डॉ. दीपक मेवाती
*विनती है यह राम जी : कुछ दोहे*
*विनती है यह राम जी : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं
दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं
Rituraj shivem verma
*चांद नहीं मेरा महबूब*
*चांद नहीं मेरा महबूब*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अन्न का मान
अन्न का मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए।
एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए।
सत्य कुमार प्रेमी
कितना खाली खालीपन है !
कितना खाली खालीपन है !
Saraswati Bajpai
#व्यंग्य_कविता :-
#व्यंग्य_कविता :-
*प्रणय प्रभात*
आइये तर्क पर विचार करते है
आइये तर्क पर विचार करते है
शेखर सिंह
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो अपने घाव दिखा रहा है मुझे
वो अपने घाव दिखा रहा है मुझे
Manoj Mahato
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
*** मेरा पहरेदार......!!! ***
VEDANTA PATEL
प्रेम एक्सप्रेस
प्रेम एक्सप्रेस
Rahul Singh
ख़ता हुई थी
ख़ता हुई थी
हिमांशु Kulshrestha
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Loading...