‘तसव्वुर’
तसव्वुर में तेरी कभी जीते रहे कभी मरते रहे,
कभी हंसके कभी रोकेे आँखों में अश्क भरते रहे।
हकीकत में जिन्दगी उतनी आसान कब होती है,
तस्वीर आँखों में उतरी जबसे तेरी तारे गिनते रहे।
तसव्वुर में तेरी कभी जीते रहे कभी मरते रहे,
कभी हंसके कभी रोकेे आँखों में अश्क भरते रहे।
हकीकत में जिन्दगी उतनी आसान कब होती है,
तस्वीर आँखों में उतरी जबसे तेरी तारे गिनते रहे।