Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2022 · 1 min read

तलाश…

यूँ तो बेहतर की तलाश कभी खत्म नहीं होती…
मग़र कुछ परवाह ज़िन्दगी को सिरों से जोड़े रखती है…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’

Language: Hindi
Tag: शेर
349 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आँखें
आँखें
Neeraj Agarwal
😊
😊
*Author प्रणय प्रभात*
पेडों को काटकर वनों को उजाड़कर
पेडों को काटकर वनों को उजाड़कर
ruby kumari
Biography Sauhard Shiromani Sant Shri Dr Saurabh
Biography Sauhard Shiromani Sant Shri Dr Saurabh
World News
उन वीर सपूतों को
उन वीर सपूतों को
gurudeenverma198
तो मैं राम ना होती....?
तो मैं राम ना होती....?
Mamta Singh Devaa
वो एक ही शख्स दिल से उतरता नहीं
वो एक ही शख्स दिल से उतरता नहीं
श्याम सिंह बिष्ट
एक व्यथा
एक व्यथा
Shweta Soni
मेरे वतन मेरे वतन
मेरे वतन मेरे वतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
"तब पता चलेगा"
Dr. Kishan tandon kranti
क्रोध
क्रोध
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
फितरत
फितरत
Awadhesh Kumar Singh
निगाहों से पूछो
निगाहों से पूछो
Surinder blackpen
मौत का क्या भरोसा
मौत का क्या भरोसा
Ram Krishan Rastogi
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
संजय कुमार संजू
2682.*पूर्णिका*
2682.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
!! दिल के कोने में !!
!! दिल के कोने में !!
Chunnu Lal Gupta
चिढ़ है उन्हें
चिढ़ है उन्हें
Shekhar Chandra Mitra
हमें लगा  कि वो, गए-गुजरे निकले
हमें लगा कि वो, गए-गुजरे निकले
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी
गैरों सी लगती है दुनिया
गैरों सी लगती है दुनिया
देवराज यादव
💐प्रेम कौतुक-444💐
💐प्रेम कौतुक-444💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
"अन्तरात्मा की पथिक "मैं"
शोभा कुमारी
*अर्ध-विराम सही स्थान पर लगाने का महत्व*
*अर्ध-विराम सही स्थान पर लगाने का महत्व*
Ravi Prakash
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
Dr. Man Mohan Krishna
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
कवि रमेशराज
Loading...