तलाश
कोई न जाने वो शहर चाहता हूँ,
कोई न पूछे वो डगर चाहता हूँ,
न रुकूं ऐसा सफर चाहता हूँ,
इश्क़ के मारे, नहीं है,
अरे, हम बेचारे नहीं है,
खुद की तलाश में हूं,
बस पहर-दर-पहर चाहता हूँ
कोई न जाने वो शहर चाहता हूँ,
कोई न पूछे वो डगर चाहता हूँ,
न रुकूं ऐसा सफर चाहता हूँ,
इश्क़ के मारे, नहीं है,
अरे, हम बेचारे नहीं है,
खुद की तलाश में हूं,
बस पहर-दर-पहर चाहता हूँ