Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2024 · 1 min read

तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम

तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम
बस चंद लकीरों में छिपे हुए अधूरे से कुछ किस्से हैं,

118 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
प्रकृति की पुकार
प्रकृति की पुकार
AMRESH KUMAR VERMA
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
Sarfaraz Ahmed Aasee
मन मौजी मन की करे,
मन मौजी मन की करे,
sushil sarna
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
सच को तमीज नहीं है बात करने की और
Ranjeet kumar patre
तुम्हारे ख्यालों डूबे
तुम्हारे ख्यालों डूबे
हिमांशु Kulshrestha
💞मुझे तो तोहफे में. ...
💞मुझे तो तोहफे में. ...
Vishal Prajapati
आज का इंसान
आज का इंसान
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"याद रखें"
Dr. Kishan tandon kranti
दानवी शक्तियों को सुधारा नहीं जाता था
दानवी शक्तियों को सुधारा नहीं जाता था
Sonam Puneet Dubey
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
Rituraj shivem verma
शुभ रात्रि
शुभ रात्रि
*प्रणय*
कविता
कविता
Mahendra Narayan
समंदर इंतजार में है,
समंदर इंतजार में है,
Manisha Wandhare
चाँद तो चाँद रहेगा
चाँद तो चाँद रहेगा
shabina. Naaz
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
Shweta Soni
*हुस्न से विदाई*
*हुस्न से विदाई*
Dushyant Kumar
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
#विभाजन_विभीषिका_स्मृति_दिवस
Ravi Prakash
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
आजकल कुछ सुधार है प्यारे...?
पंकज परिंदा
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव,
Bindesh kumar jha
काग़ज़ो के फूल में ख़ुशबू कहाँ से लाओगे
काग़ज़ो के फूल में ख़ुशबू कहाँ से लाओगे
अंसार एटवी
हमारा प्यार
हमारा प्यार
Dipak Kumar "Girja"
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
Priya princess panwar
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
लघुकथा- धर्म बचा लिया।
लघुकथा- धर्म बचा लिया।
Dr Tabassum Jahan
2790. *पूर्णिका*
2790. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
...........!
...........!
शेखर सिंह
Loading...