तराना
दिल से दिल को लगाना याद है
खूबसूरत सा वो तराना याद है
निगाह-ए-शौक से तेरा यूँ देखना
जिंदगी का वो फ़साना याद है
दिल में प्यार ,बातों में मीठी बोली
तेरे संग गुजरा वो जमाना याद है
इब्तिदा है तुझसे अंत है तुझसे
वस्ल-ओ-हिज्र का सताना याद है
शब- ए -फ़िराक़ कुछ ऐसा रहा
दिल को तेरा रुलाना याद है
ममता रानी
झारखंड