तराना ए जिंदगी
साज ए दिल पर छेड़कर दर्द की गजल ,
और एक तराना बन गई हमारी जिंदगी ।
जिसे हर पल गुनगुनाती है रूह दीवानी ,
और करती सदा बंदगी अपने खुदा की ।
साज ए दिल पर छेड़कर दर्द की गजल ,
और एक तराना बन गई हमारी जिंदगी ।
जिसे हर पल गुनगुनाती है रूह दीवानी ,
और करती सदा बंदगी अपने खुदा की ।