तरल तथ्य
जन समुदाय के दंभयोग के प्रयोगसे अपनेको जोड़ना छोड़ दो।
धर्मग्रंथो के आयनेमें अपनेको देखना छोड़ दो।
धर्मगुरुओके नीतिसुत्रो पर अपने को परखना छोड़ दो।
सत्ताधिशो के वचनोसे अपने को अपेक्षित करना छोड़ दो।
कुदरत के क्रम से झगड़ना छोड़ दो।
क्षमता से अधिक साहस करना छोड़ दो।
ईश्वर को अंजान ठहराने की चतुराई छोड़ दो।
अपने स्वभाव के विरूद्ध निर्णय करना छोड़ दो।
इनमें से कोई एक, एक से अधिक या तो सभी का छुटना हो पाए तो जीवनमें केवल वास्तविक समस्याएं ही बचेगी। सभी की सभी भ्रांत समस्याएं सुख जाएगी।