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9 Dec 2020 · 1 min read

तभी नफरत

तभी नफरत होने लगी है
मिठे चेहरों में किस्मत रोने लगी है
हर किसी को अपनी पड़ी है
तभी ज़िंदगी छोटी बड़ी है।

Language: Hindi
407 Views
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