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11 Jun 2022 · 1 min read

तबियत

तबियत में ही जिसके गुस्ताखियां हो ,
वोह गुनाहों से तौबा कैसे करे ।
मजहब की आड़ में करते हैं कत्ल ए आम ,
उनसे वफ़ा की उम्मीद कोई कैसे करे ?

Language: Hindi
Tag: Sher
1 Like · 4 Comments · 158 Views
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