तन को कीजै साफ
सभी मित्रों को सुप्रभात संग दोहे संप्रेषित है ?
सुबह सुबह सब लीजिए, मां अंबे का नाम।
मन में दृढ विश्वास रख,कीजै अपने काम।
काज सफल होवें सहज,जो करता नित ध्यान।
ऐसे सज्जन मनुज का,मां करती कल्यान।।
मन को निर्मल राखिए,तन को कीजै साफ।
कष्ट सभी उस मनुज के,हो जाते हैं हाफ।
?❤️?
अटल मुरादाबादी