Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2023 · 1 min read

तत्काल लाभ के चक्कर में कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिसमें धन भ

तत्काल लाभ के चक्कर में कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिसमें धन भी जाय और धर्म भी तथा परेशानी के साथ दामन में भी दाग लगे।

Paras Nath Jha

429 Views
Books from Paras Nath Jha
View all

You may also like these posts

युद्ध!
युद्ध!
Jai krishan Uniyal
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" मैं "
Dr. Kishan tandon kranti
आओ मना लें नया वर्ष हम
आओ मना लें नया वर्ष हम
Ashok Sharma
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
sushil sarna
मैंने एक दिन खुद से सवाल किया —
मैंने एक दिन खुद से सवाल किया —
SURYA PRAKASH SHARMA
"I met different people with different roles in my life, som
पूर्वार्थ
दीपावली (10 दोहे)
दीपावली (10 दोहे)
Ravi Prakash
🔥🔥कटाक्ष🔥🔥
🔥🔥कटाक्ष🔥🔥
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हाइकु
हाइकु
Mukesh Kumar Rishi Verma
सत्य
सत्य
Ruchi Sharma
व्यक्तित्व की दुर्बलता
व्यक्तित्व की दुर्बलता
Dr fauzia Naseem shad
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
देवराज यादव
कौरव दल का नाश
कौरव दल का नाश
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
देर आए दुरुस्त आए...
देर आए दुरुस्त आए...
Harminder Kaur
होना
होना
Kunal Kanth
माँ दया तेरी जिस पर होती
माँ दया तेरी जिस पर होती
Basant Bhagawan Roy
बेवक्त बारिश होने से ..
बेवक्त बारिश होने से ..
Keshav kishor Kumar
पा रही भव्यता अवधपुरी उत्सव मन रहा अनोखा है।
पा रही भव्यता अवधपुरी उत्सव मन रहा अनोखा है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
देखा है
देखा है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मुड़े पन्नों वाली किताब
मुड़े पन्नों वाली किताब
Surinder blackpen
खिलते हरसिंगार
खिलते हरसिंगार
surenderpal vaidya
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
वो हर रोज़ आया करती है मंदिर में इबादत करने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सखी
सखी
आकाश महेशपुरी
पप्पू की तपस्या
पप्पू की तपस्या
पंकज कुमार कर्ण
ग़ज़ल होती है।
ग़ज़ल होती है।
दीपक झा रुद्रा
सुबह-सुबह की बात है
सुबह-सुबह की बात है
Neeraj Agarwal
*सुप्रभातम*
*सुप्रभातम*
*प्रणय*
Loading...