तक़दीर
तक़दीर
१.तक़दीर मेरी
तूने लिख तो डाली ऐ खुदा
पर मेरा जज़्बा तो देख
मैं उसे बदलने चली हूँ
तक़दीर अपनी
ख़ुद लिखने चली
२.तक़दीर तेरी मुट्ठी में है बंद
करले तक़दीर का सितारा बुलंद
३.जो तूने मेरा दामन छोड़ दिया
तक़दीर ने भी रुख़ मोड़ दिया
४.हाथों की लकीर
बसती है तक़दीर
जोड़ तोड़ मोड़
बुन नयी तहरीर
५.वही होगा
जो मंजूर-ऐ -खुदा होगा
जितना तक़दीर में लिखा है
अदा होगा
६.मुसलसल
लिखती रही ख़त
ऐ तक़दीर तुझे
तूने बिन खोले ही
मज़मून भाँप लिया