तकदीर का सितम
जो डरता हो सदा अपने आने वाले कल से,
वो क्या करेगा नए साल का एहतराम।
हर सो दिल में तड़पाना, बस यही किया,
तकदीर ने हमारी जिंदगी का इंतजाम ।
जो डरता हो सदा अपने आने वाले कल से,
वो क्या करेगा नए साल का एहतराम।
हर सो दिल में तड़पाना, बस यही किया,
तकदीर ने हमारी जिंदगी का इंतजाम ।