डेली पैसिंजर
लघुकथा
डेली पैसिंजर
20जनवरी 2022 सुबह का समय है ।आज लोकल ट्रेन में सफर के दौरान सामने की बर्थ पर बैठी एक लड़की ने बगल में बैठी महिला सहयात्री से पूछा आपने कहां तक पढ़ाई की है । उसने जवाब में कहा नाइंटीज में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था ।
लड़की:- में रिसर्च स्कालर हूँ कुछ शोध कर रही हूँ आप से कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ ।ताकी पहले और आज की नारी में आया बदलाव को महसूस कर सकूं ।
प्रश्न आप ने नौकरी की नहीं या फिर करने नहीं दी गई .
उत्तर :- परिस्थिति नौकरी के लिए फेवरेबल नहीं थी इस लिए नौकरी नहीं की ।
प्रश्न:- आपकी प्रथमिकता क्या रही ?
उत्तर :- मेरी प्राथमिकता घर है।
प्रश्न:- 2022की नारी के पास पैकेज है
उत्तर:- मेरे पास भी पति की पूरी पगार है
प्रश्न :- वह आत्मनिर्भर
उत्तर :- मेरे ऊपर पूरा घर निर्भर है
प्रश्न वह रेस्टोरेंट्स में जाती है पिज्जा बर्गर खाती है ।
उत्तर :- में दाल बाटी चूरमा अनेकों सेहतमंद व्यंजन बनाती हूँ ।खाती और खिलाती हूँ ।
प्रश्न वह बोस के अनुशासन में है।
उत्तर :- मैं घर की बोस हूँ , मेरा हुकुम सब बजाते हैं।
प्रश्न :- वह नो से पांच काम करती है ।
उत्तर :- मेरे ऊपर समय का बंधन नहीं है।
प्रश्न :- उसके पास आराम के लिए संडे है ।
उत्तर;:- में एवरी डे आराम कर सकती हूं।
प्रश्न :- वह गाड़ी चलाती है ।
उत्तर:- मैं घर की गाड़ी सुचारू रूप से चलाती हूँ।
प्रश्न :- आप किस पर निर्भर है ।
उत्तर :- हर तरह के कार्य में सक्षम हूँ।
आज की नारी आत्म निर्भर होते हुए भी सब पर निर्भर रहती है ।
कपड़ों के लिए धोबी, खाने के लिए कुक , और सफाई के लिए कामवाली , बच्चों के लिए बेबी सिटर पर ।
आप इस पर भी शोध जरूर करें