डुप्लीकेट
अज्ञानी हैं पर दार्शनिक बातें,
छप्पर में गुदरी से लिपटी सर्द रातें ।
बड़ी मुश्मिल से जुगाड़ते है रोटी दो वक्त की,
समझते नहीं हैं महिमा नशों में बहते हुए रक्त की।
पड़ोसियों से अदावत और ईर्ष्या करते हैं,
ऐसे लोग पूरे देशको शुभकामनाएं प्रेषित करते है।