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Sarita Pandey
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15 Jan 2020 · 1 min read
डाकिया
वो जो डाकिया है ना
रोज गुजर जाता है दरवाजे के सामने से
तुम्हें पता तो याद है ना।
-सरितासृजना
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
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· 298 Views
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