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3 Aug 2024 · 1 min read

डमरू वर्ण पिरामिड

डमरू वर्ण पिरामिड

प्रतिभा का मानव
बहुत बड़ा है
सदा खड़ा है
दिखता है
ध्वज ले
आगे
ही


रोक
टोक है
कौन उसे
छू सकता है
कहीं नहीँ वह
रुकता,बढ़ता है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

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