डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
चार चरण,प्रत्येक चरण 8 वर्ण,हर वर्ण लघु।
कुल 32 वर्ण
सहज तरल मन,
मधुर सुघर ज़न,
गमकत प्रति पल,
मधुरिम हृद तल।
विनय करत नित,
अनुपम अगणित,
शुभकर प्रियवर,
मनुज वरद नर।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
डमरू घनाक्षरी
चार चरण,प्रत्येक चरण 8 वर्ण,हर वर्ण लघु।
कुल 32 वर्ण
सहज तरल मन,
मधुर सुघर ज़न,
गमकत प्रति पल,
मधुरिम हृद तल।
विनय करत नित,
अनुपम अगणित,
शुभकर प्रियवर,
मनुज वरद नर।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।