डमरू घनाक्षरी
घनाक्षरी
सफल रहत तब,
धरम करम सब
सत पथ पर चल,
सरस वचन कह।
अथक यतन कर,
सफल सपन कर,
मनस पटल पर,
छल बल तज रह।
वहम दहन कर,
अमल समझ कर,
सरल सहज बन
सकल जगत मह।
मनन सतत कर,
भगवन जप कर,
नवल डगर कर,
शरण चरण गह ।
सीमा शर्मा ‘अंशु’
घनाक्षरी
सफल रहत तब,
धरम करम सब
सत पथ पर चल,
सरस वचन कह।
अथक यतन कर,
सफल सपन कर,
मनस पटल पर,
छल बल तज रह।
वहम दहन कर,
अमल समझ कर,
सरल सहज बन
सकल जगत मह।
मनन सतत कर,
भगवन जप कर,
नवल डगर कर,
शरण चरण गह ।
सीमा शर्मा ‘अंशु’