” डबल रिश्ता “
आज फिर ताई जी और मौसी जी की लड़कियाँ आपस में ख़ूब ज़ोरों की लड़ाई लड़ रही थी ।
माँ ये दीदी लोग इतना क्यों लड़ती हैं ?
” क्योंकि ताई जी और मौसी जी सगी बहनें हैं रिश्ता डबल है किंतु इनकी और इनके बच्चों की सिंगल पैसे की भी नही बनती । ”
लेकिन माँ हमारी मौसी तो हमें बहुत प्यार करती हैं और दीपा दीदी भी कित्ता लाड़ लड़ाती हैं ।
वो इसलिये लाडो क्योंकि तुम्हारी मौसी तुम्हारी चाची नही हैं ।
लेकिन आज का ज़माना तो हर समान एक पर एक फ्री का है…और सबको अच्छा भी लगता है ।
” फिर रिश्तों में ये ऑफर क्यों नही अच्छा लगता माॅं ? ”
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 17/08/2021 )