ठोकर
मुश्किल हालातों से हम गुजर रहे हैं
ठोकर खाकर हम निखर रहे है.
दिल तोड़ने वाले बिखर रहे हैं
ठोकर खाकर हम निखर रहे हैं.
माना हम भटक दर-बदर रहे हैं
हम ठोकर खाकर निखर रहे हैं.
ज़ख़्मों से अब हम “विशाल” उबर रहे हैं
ठोकर खाकर निखर रहे हैं.
मुश्किल हालातों से हम गुजर रहे हैं
ठोकर खाकर हम निखर रहे है.
दिल तोड़ने वाले बिखर रहे हैं
ठोकर खाकर हम निखर रहे हैं.
माना हम भटक दर-बदर रहे हैं
हम ठोकर खाकर निखर रहे हैं.
ज़ख़्मों से अब हम “विशाल” उबर रहे हैं
ठोकर खाकर निखर रहे हैं.