Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

ठहर गया

ठहर गया
पिघल कर आँखों से
गालों की लकीरों में
तूफान
लम्हों का
सुशील सरना / 5-2-24

159 Views

You may also like these posts

मरना बेहतर जीना अब आसान नहीं।
मरना बेहतर जीना अब आसान नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
Still I Rise!
Still I Rise!
R. H. SRIDEVI
मोहब्बत एक अरसे से जो मैंने तुमसे की
मोहब्बत एक अरसे से जो मैंने तुमसे की
Ankita Patel
*बादल*
*बादल*
Santosh kumar Miri
बचपन याद बहुत आता है
बचपन याद बहुत आता है
VINOD CHAUHAN
- दुनिया बहुत खूबसूरत है -
- दुनिया बहुत खूबसूरत है -
bharat gehlot
आग कहीं और लगी है
आग कहीं और लगी है
Sonam Puneet Dubey
2834. *पूर्णिका*
2834. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
singh kunwar sarvendra vikram
बारिशों  के  मौसम  में
बारिशों के मौसम में
shabina. Naaz
अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा,
अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा,
Shreedhar
मुझे नज़र आती है
मुझे नज़र आती है
*प्रणय*
शीर्षक: स्वप्न में रोटी
शीर्षक: स्वप्न में रोटी
Kapil Kumar Gurjar
One of my fav poem -
One of my fav poem -
पूर्वार्थ
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
डॉ. दीपक बवेजा
मैं नहीं जानती
मैं नहीं जानती
भगवती पारीक 'मनु'
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
Kanchan Khanna
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
*जब से ब्याही हो तुम जीजी, याद तुम्हारी आती है (गीत)*
*जब से ब्याही हो तुम जीजी, याद तुम्हारी आती है (गीत)*
Ravi Prakash
घोटुल
घोटुल
Dr. Kishan tandon kranti
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
पौधे दो हरगिज नहीं, होते कभी उदास
पौधे दो हरगिज नहीं, होते कभी उदास
RAMESH SHARMA
बच्चे और युवा ही किसी देश या राष्ट्र निर्माण के प्रथम स्त्रो
बच्चे और युवा ही किसी देश या राष्ट्र निर्माण के प्रथम स्त्रो
Rj Anand Prajapati
बोलेंगे हिंदी लिखेंगे हिंदी
बोलेंगे हिंदी लिखेंगे हिंदी
Sudhir srivastava
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
Vedha Singh
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
Indu Singh
मानव विध्वंसों की लीलायें
मानव विध्वंसों की लीलायें
DrLakshman Jha Parimal
हद
हद
Ajay Mishra
"अर्धांगिनी"
राकेश चौरसिया
क्या अपने और क्या पराए,
क्या अपने और क्या पराए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...