झोटा नही हैं उनका दीदार क्या करें
होता नहीं है उनका दीदार क्या करे ।
पहलू में जा के उनके हर बार क्या करे।
खेला है जिन्दगी का हमने भी इक जुआ,
खुलता नहीं किस्मत का द्वार क्या करें ।।
रमेश शर्मा
होता नहीं है उनका दीदार क्या करे ।
पहलू में जा के उनके हर बार क्या करे।
खेला है जिन्दगी का हमने भी इक जुआ,
खुलता नहीं किस्मत का द्वार क्या करें ।।
रमेश शर्मा