झूम रहा संसार
दिए सृष्टि ने अनगिनत,हमें खूब उपहार !
जिनको पा कर वाकई, झूम रहा संसार ! !
पनप रहा जब हर तरफ,,दहशत का व्यापार !
ऐसे कैसे बोल दूँ,…………..झूम रहा संसार ! !
हुई मिसाइल नित ऩई,दुनिया मे तैयार !
बैठ स्वयं बारूद पर,…झूम रहा संसार ! !
विश्व सुंदरी मानुषी, चुनी गई इस बार !
इस बेटी पर देश क्या,झूम रहा संसार ! !
मिला लताजी सा गजब,भारत को किरदार !
इनके हर इक गीत पर,.. झूम रहा संसार ! !
रमेश शर्मा