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5 Jun 2022 · 1 min read

ज्योति हूँ मैं

🙏
सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण !
शुभ हो आज का दिन !
🦚
!!श्री!!
ज्योति हूँ मैं
**********
चल रहा हूँ मैं निरंतर लक्ष्य पाने के लिये ,
लिख रहा हूँ छंद कविता सच बताने के लिये ,
चाहता हूँ मैं बसाना हर हृदय में प्रेम को,
‘ज्योति’ हूँ मैं जल रहा हूँ तम मिटाने के लिये ।
*
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
***
🥀🥀🥀

Language: Hindi
256 Views
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