ज्यों ही धरती हो जाती है माता
ज्यों ही धरती हो जाती है माता
त्यों ही पिता आकाश हो जाता है
पर वो कितने अभागे बच्चें होते हैं
जिनको पिता तो मिलता है पर
पिता के संरक्षण का अभाव रह जाता है
बच्चे की ये व्यथा कोई समझ नहीं पाता है
क्योंकि सबको आकाश नजर आता है।।
🌱अधूरा ज्ञान🌱