ज्ञान के आलय _____ मुक्तक
ज्ञान के आलय हैं बंद पिछले साल से।
हुए हैं बच्चे दूर अपने अध्ययन काल से।।******************************
सबसे बुरी मार है उन लोगो पे मेरे भाई।
पढ़ाते थे अशासकीय में जो कई साल से।।*******************************
ली किसने खबर उनकी गुजर क्या उन पे है रही।
मौहताज हुए जा रहे वे आटे और दाल से।।********************************
राजेश व्यास अनुनय