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18 Feb 2021 · 1 min read

ज्ञानी

औरों को अन्धा कहता है, अपनी छुपा रहा कानी।
बड़े-बुजुर्गों को झुठला के, करता अपनी मनमानी।
दूर-दूर रहता मै उससे, बात कदापि नहीं करता,
अपने को जो मान रहा है, औरों से ज्यादा ज्ञानी।

-श्रीकान्त निश्छल, प्रज्ञालोक

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 267 Views
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