जो मनुष्य सिर्फ अपने लिए जीता है,
जो मनुष्य सिर्फ अपने लिए जीता है,
वो एक दिन मर जाता है।
लेकिन जो मनुष्य देश, समाज,या संगठन के लिए जीता हैं।
उसे स्मरण किया जाता है।
जोहार
जो मनुष्य सिर्फ अपने लिए जीता है,
वो एक दिन मर जाता है।
लेकिन जो मनुष्य देश, समाज,या संगठन के लिए जीता हैं।
उसे स्मरण किया जाता है।
जोहार