जो भी बोलों
पासे-अदब से बोलो ,जो भी बोलों
आलमे-हुस्नो-इश्क हैं ये
एक बार जो तुम फिसले
मिट जाएगा आबो-दाब-अश्आर तेरी दुनिया।।
नीतू साह
पासे-अदब=लिहाज
आलमे-हुस्नो-इश्क=सौंदर्य और प्रेम का जगत
आबो-दाब-अश्आर=चमक-दमक के साथ
पासे-अदब से बोलो ,जो भी बोलों
आलमे-हुस्नो-इश्क हैं ये
एक बार जो तुम फिसले
मिट जाएगा आबो-दाब-अश्आर तेरी दुनिया।।
नीतू साह
पासे-अदब=लिहाज
आलमे-हुस्नो-इश्क=सौंदर्य और प्रेम का जगत
आबो-दाब-अश्आर=चमक-दमक के साथ