जो बिगड़ा अतीत तुम्हारा, छुपाया न जाए,जिसे स्वीकारे तुम्हें,
जो बिगड़ा अतीत तुम्हारा, छुपाया न जाए,जिसे स्वीकारे तुम्हें, उस रिश्ते को मत भुलाए।
छल से भरे तुम, उस विश्वास को न बर्बाद करो,क्योंकि खो देने पर, जीवन भर पछताओगे, यह जान लो।।
वो अतीत, जो दाग बन गया तुम्हारे हर एक दिन पर,चाहे कितनी भी कोशिशें कर लो, न मिटेगा उस पर से रंग धब्बे का असर।
पर जो समझे तुम्हें, बिन शर्त के अपनाए,उस रिश्ते की अहमियत को, सहेज कर रखो, इसे कभी न मिटाए।।
छल की राह पर चलने से, रिश्ते की मिठास जाएगी खत्म,जिंदगी की किताब में, बिखरे पन्नों की तरह, जुड़ने की राह हो जाएगी संधि।
जो पाया है तुमने, उस समझदारी को खोना नहीं,रिश्ते को संभालना, उसका मोल समझना ही है तुम्हारा फर्ज।।
हर खता, हर गलती, जो अतीत का हिस्सा हो,उनसे सबक लेकर, भविष्य को संवारो सही हो।
पर जो प्रेम और विश्वास, तुम्हें मिल गया है अब,उसे निभाओ ईमानदारी से, क्योंकि उसकी कद्र ही है सबसे बड़ी सच्चाई की किताब।।
इसलिए उस रिश्ते को सँभालो, जो तुमसे जुड़ा है दिल से,
छल की राह पर न जाओ, वरना पछताओगे जीवन भर, यह है सचाई का सिलसिला बस।।