जो दूर हो जाए उसे अज़ीज़ नहीं कहते…
जो दूर हो जाए उसे अज़ीज़ नहीं कहते…
अपनेपन का जो ढोंग करे
उसे नजदीक नहीं कहते..
रिश्तों में जरूरी है
अंतिम स्वाँस तक साथ और विश्वास..
जो ज़रा भी खटापटी से टूटा नहीं करते…
✍️प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान©
सागर मध्यप्रदेश भारत
( 14 अक्टूबर 2024 )