Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ranjana Verma
13 Followers
Follow
Report this post
6 Feb 2023 · 1 min read
जो गए छोड़कर तुमको गोया
जो गए छोड़कर तुमको गोया
एक दिन वो भी लौट आएंगे.!
रंजना वर्मा’रैन’
Tag:
Quote Writer
Like
Share
294 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
खूबसूरत सा लगा है वो अंदाज़ तुम्हारा हमें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
पं अंजू पांडेय अश्रु
अभी एक बोर्ड पर लिखा हुआ देखा...
पूर्वार्थ
प्यार का गीत
Neelam Sharma
प्यार और नौकरी दिनो एक जैसी होती हैं,
Kajal Singh
संग दीप के .......
sushil sarna
जब रात बहुत होती है, तन्हाई में हम रोते हैं ,
Neelofar Khan
इस बरखा रानी के मिजाज के क्या कहने ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माहिया छंद विधान (पंजाबी ) सउदाहरण
Subhash Singhai
हो सके तो मीठा बोलना
Sonam Puneet Dubey
यहाँ श्रीराम लक्ष्मण को, कभी दशरथ खिलाते थे।
जगदीश शर्मा सहज
#मुक्तक-
*प्रणय*
हमेशा आंखों के समुद्र ही बहाओगे
कवि दीपक बवेजा
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
हर गलती से सीख कर, हमने किया सुधार
Ravi Prakash
एक दिन इतिहास लिखूंगा
जीवनदान चारण अबोध
"नदी की सिसकियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
* मुस्कुराते नहीं *
surenderpal vaidya
माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष
ईश्वर दयाल गोस्वामी
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
Ashwini sharma
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मौत के डर से सहमी-सहमी
VINOD CHAUHAN
खुल गया मैं आज सबके सामने
Nazir Nazar
जो दूर हो जाए उसे अज़ीज़ नहीं कहते...
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
प्रभु शुभ कीजिए परिवेश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
वफ़ा
shabina. Naaz
Loading...