“जो इंसान कहलाने लायक नहीं,
“जो इंसान कहलाने लायक नहीं,
कुछ लोग उन्हें भगवान् कहते हैं ll
मेहनत को मुश्किल कहने वाले,
टोना-टोटके को आसान कहते हैं ll
जो असलियत में लूट है,
उसे लोग दान कहते हैं ll
अंध भक्ति में इस कदर पागल हैं लोग,
उनके गुनाहों को भी गुणगान कहते हैं ll
अपने माँ-बाप सास-ससुर को जो तुच्छ समझते हैं,
वही लोग इन पाखंडी बाबाओं को महान कहते हैं ll
हमारा आपसी प्रेम ही सर्वोपरि है,
गीता बाइबल ग्रंथ कुरान कहते हैं ll”